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नई दिल्ली, जेएनएन। राज्य सभा चुनावों के लिए राजस्थान में होने वाला मतदान शुरू हो चुका है। भाजपा-कांग्रेस अपने विधायकों को लेकर चुनावी स्थल पर पहुंच रहें हैं। चार सीटों पर होने वाले इस चुनाव में पांच उम्मीदवार मैदान में हैं। जिसमें कांग्रेस के तीन तो भाजपा के एक और भाजपा समर्थित एक निर्दलाय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा भी हैं।
राजस्थान के राज्यसभा चुनाव में सबसे रोचक उम्मीदवार सुभाष चंद्रा हैं। सुभाष चंद्रा निर्दलीय हैं जिन्हें भाजपा समर्थन कर रही है बावजूद कि भाजपा के पास विधायक संख्या कम है। इस चुनाव में 41 विधायक मिलकर एक एक सांसद चुन सकते हैं। ऐसे में कांग्रेस के पास अपने और अन्य पार्टियों के और निर्दलीय विधायक मिलाकर 126 हैं। जिसके आधार पर कांग्रेस का दावा है कि उसके तीनों उम्मीदवार जीत रहें हैं।
भाजपा अपने 71 विधायकों के साथ चुनाव मैदान में है। इस तरह से भाजपा के एक उम्मीदवार की जीत पक्की बताई जा रही है। क्योंकि एक सांसद को चुनने के लिए 41 विधायकों की जरूरत है। वहीं भाजपा के साथ केन्द्र सरकार में सहयोगी लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल ने निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष को समर्थन करने की बात की है। चूकि हनुमान बेनीवाल की पार्टी के पास तीन विधायक हैं।
सूत्रों का कहना है कि निर्दलीय उम्मीदवार भी जीत सकते हैं यदि कांग्रेस के आठ विधायक क्रास मतदान करते हैं तो। दरअसल भाजपा के एक उम्मीदवार की जीत के बाद उसके पास 33 विधायक अतिरिक्त बचते हैं। ऐसे में सुभाष चंद्रा को कांग्रेस की तरफ से क्रास मतदान की ही एक उम्मीद है जिससे वे जीत सकते हैं।
ऐसे माहौल में कांग्रेस किसी भी तरह की चूक से बचने को तत्पर है। कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं की किस्मत आज तय होनी है जिनमें प्रमोद तिवारी, रणदीप सिंह सुरजेवाला और मुकुल वासनिक हैं। वहीं भाजपा के घनश्याम तिवाड़ी तो निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा हैं।