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ललितपुर। पहलवान गुरुदीन प्रशिक्षण महाविद्यालय में सद्भावना दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ महाविद्यालय के प्रबंध निदेशक डॉ. सौरव यादव प्राचार्य डॉ. महेश कुमार झा एवं समस्त प्रवक्तागणों ने मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया। इस अवसर पर अपने उद्गार व्यक्त करते हुए प्रबंध निदेशक डॉ0 सौरभ यादव ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 20 अगस्त को सद्भावना दिवस मनाया जाता है। इसे ,,समरसता दिवस,, भी कहा जाता है। यह महत्वपूर्ण दिवस भारत के दिवंगत भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की स्मृति में मनाया जाता है। राजीव गांधी जी का एकमात्र मिशन दूसरों के लिए अच्छी भावना रखना था भारत के सभी धर्मों के बीच सामुदायिक समरसता, राष्ट्रीय एकता, शांति, प्रेम और लगाव को लोगों में बढ़ावा देने के लिए यह दिन मनाया जाता है और आज के इस दिन हम सभी यह प्रण करें कि हम सब आपस में सद्भावना से तथा भाईचारे से रहने के लिए प्रतिबद्ध होंगे। वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. महेश कुमार झा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा आज के दिन की सार्थकता तभी है जब इस संगोष्ठी के माध्यम से यह संदेश हर एक व्यक्ति तक पहुंचे कि हमें एक दूसरे के प्रति राग द्वेष को भुलाकर प्रेम और सद्भावना से रहना है तथा पारस्परिक सहयोग की भावना को प्रबल बनाना है। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की वर्षगांठ पर देश के विकास के लिए किए गए उनके कार्यों की मैं मुक्तकंठ से उनकी सराहना करता हूं। आज के दिन को विशेष बनाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपनी योग्यता के मानदंड स्थापित करने वाले लोगों को पुरस्कृत किया जाता है जिसे हम राजीव गांधी राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार के नाम से जानते हैं। उन्होंने इस पावन दिवस पर सभी छात्र-छात्राओं एवं प्रवक्ताओं को शपथ दिलाते हुए कहा कि ,,आइए हम सब मिलकर इस पावन दिन पर यह शपथ लेते हैं कि हम पूरी गंभीरता से जाति क्षेत्र, धर्म और भाषा का ध्यान दिए बिना सभी लोगों की भावनात्मक एकता और सद्भावना के लिए कार्य करेंगे और शपथ लेते हैं कि बिना हिंसा के संवैधानिक साधनों और बातचीत के द्वारा एक दूसरे के बीच की दूरियों को अवश्य ही समाप्त करने का अपना पूर्ण प्रयास करेंगे,,।
इस अवसर पर महाविद्यालय के उपप्राचार्य रामलाल रायकवार, डॉ0 अलका यादव, डॉ0 कमलेश मोर्य, डॉ0 विनोद कुमार रजक, असि0 प्रो0 रत्ना याज्ञिक, असि0 प्रो0 उत्कर्ष जैन, असि0 प्रो0 अजब सिंह, असि0 प्रो0 प्रमोद कुमार, असि0 प्रो0 शाहरूख खान, असि0 प्रो0 नरेन्द्र प्रजापति, असि0 प्रो0 सतीश कुमार साहू, असि0 प्रो0 पुष्पेन्द्र गौतम, असि0 प्रो0 करन सिंह, असि0 प्रो0 साधना राजा, असि0 प्रो0 विनोद यादव, असि0 प्रो0 शुभी जैन, असि0 प्रो0 रमाकान्त सिंह, असि0 प्रो0 गंगाराम विश्वकर्मा, असि0 प्रो0 नसीम खान, असि0 प्रो0 सतीश सोनगिरकर, असि0 प्रो0 वंदना सेन, असि0 प्रो0 हरिओम शरण सेन, असि0 प्रो0 विक्रम पटेल, असि0 प्रो0 प्रकाश विश्वकर्मा, असि0 प्रो0 रामलखन यादव, असि0 प्रो0 प्रसन्न कुमार, असि0 प्रो0 नारायण दास, असि0 प्रो0 विशाल कनौजिया, असि0 प्रो0 सरिता श्रीवास्तव, असि0 प्रो0 जयसिंह, असि0 प्रो0 शशि श्रीवास्तव, असि0 प्रो0 प्रतीक्षा निरंजन, असि0 प्रो0 आरती यादव, असि0 प्रो0 रचना अहिरवार, असि0 प्रो0 सरस्वती, शोभाराम, गोपाल यादव, मनमोहन, राहुल गौतम, देवेन्द्र राठौर, अमित निरंजन आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन पुस्तकालय विभागाध्यक्ष अमितेन्द्र सिंह चौहान ने किया।