झांसी से ललितपुर मार्ग पर सिर्फ तीन रोडवेज बसों का संचालन किया जा रहा है। इससे प्रतिदिन यात्रा करने वाले तकरीबन पांच हजार यात्रियों को निजी बसों या डग्गामार वाहनों में जान जोखिम में डालकर यात्रा करनी पड़ रही है। वहीं, रात के समय एक भी बस का संचालन नहीं होने के कारण दूर दराज से आने वाले यात्रियों को बस स्टेशन पर ही जाग गुजारनी पड़ती है।
गौरतलब है कि झांसी से ललितपुर मार्ग पर दो साल पहले तक रोडवेज की 14 बसों का संचालन किया जाता था, लेकिन वर्तमान में अब सिर्फ प्रतिदिन दो से तीन बसों का ही संचालन किया जा रहा है। झांसी से ललितपुर मार्ग पर प्रतिदिन तकरीबन पांच हजार यात्री सफर करते हैं। मार्ग पर कम बसों के संचालन होने के कारण यात्रियों को खड़े – खड़े यात्रा करनी पड़ रही है। ललितपुर जाने वाले रमेश, महेश, अमित और राहुल का आरोप है कि परिवहन निगम और निजी बसों के संचालकों के बीच सांठगांठ के चलते रोडवेज के अधिकारियों द्वारा बसों का संचालन नहीं कराया जा रहा है। जिससे मजबूरन यात्रियों को निजी बसों और डग्गामार वाहनों में यात्रा ज्यादा किराया देकर यात्रा करनी पड़ रही है। यात्रियों ने जल्द से जल्द सभी रोडवेज की बसों के संचालन कराए जाने की मांग की है।
निजी बस के कंडक्टर मनमुताबिक लेते हैं किराया
रोडवेज की झांसी से ललितपुर जाने वाली बसों का किराया 95 रुपये है, जबकि निजी बस के कंडक्टर यात्रियों से 100 से 150 रुपये लेते हैं। मार्ग पर रोडवेज की बसें कम संचालित होने के कारण यात्रियों को मजबूरन किराया देना पड़ता है।
वहीं, रात में बसों के संचालन नहीं होने के कारण कई बार यात्रियों को बस स्टेशन पर ही रात गुजारनी पड़ जाती है।
डिपो में चालक और परिचालकों की कमी के कारण कम बसों का संचालन किया जा रहा है। साथ ही कई बसों के संचालन का परमिट नहीं मिला है। जल्द ही परमिट मिलने पर सभी बसों का संचालन किया जाएगा।