ङोगरा खुर्द(ललितपुर)। नाराहट क्षेत्र के गांव पटना में रविवार रात किसी ने झोपड़ी में बीड़ी पीकर तीली फेंक दी। जिससे वहां रखे भूसे ने आग पकड़ ली। आग की लपटों में झोपड़ी में बंधे चार गोवंश झुलस गए इसमें एक की मौत हो गई। ग्रामीणों ने किसी तरह आग पर काबू पाया।
गांव पटना निवासी मुरलीधर कुशवाहा अपने बच्चों से अलग कच्चे मकान में रहता था। वह रविवार शाम कहीं रिश्तेदार यहां शादी समारोह में गया था। कच्ची झोपड़ी में दो गाय और दो बछड़े बंधे थे। रात में अचानक झोपड़ी में किसी ने जलती हुई बीड़ी या तीली फेंक दी। जिससे झोपड़ी में रखा भूसा सुलगने लगा। इस दौरान तेज हवा से झोपड़ी में लपटें उठने लगीं, तो आसपास के लोग आग बुझाने के लिए नलकूप एवं हैंडपंप से पानी लाकर डालने लगे। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। घटना में झोपड़ी में बंधी दो गाय और एक बछड़ा गंभीर रूप से झुलस गया। जबकि एक बछड़ा जल कर मर गया। आग से घर में रखा गृहस्थी का सामान गेहूं, मटर, सरसों, तीस हजार रुपये, भूसा जलकर राख हो गया। सुबह मुरलीधर कुशवाहा लौटा तो उनके होश उड़ गए। घटना की सूचना पर लेखपाल हरीशंकर प्रजापति, पशु चिकित्सक और चौकी इंचार्ज निर्मल कुमार ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की। पशु चिकित्सक ने झुलसे पशुओं का उपचार किया और मृत पशु का पोस्टमार्टम कराया गया।