ललितपुर। सामूहिक दुष्कर्म की शिकार किशोरी से थाना पाली परिसर में एसओ द्वारा की गई दरिंदगी के मामले में एसआईटी की जांच में एक सिपाही समेत चार लोग और फंस गए हैं। जांच में पाया गया कि सिपाही और इन लोगों की मदद से ही आरोपी थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज प्रयागराज भागने में सफल रहा। सिपाही समेत चारों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। वहां से सभी को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। एसआईटी के प्रार्थना पत्र पर पूछताछ के लिए न्यायालय ने चारों आरोपियों का दो दिन का कस्टडी रिमांड भी स्वीकार कर लिया।
डीआईजी के निर्देश पर गठित एसआईटी ने जांच में पाया कि थाना परिसर में बने कमरे में किशोरी से दरिंदगी करने वाले एसओ को भगाने में
हमीरपुर के मौदहा निवासी एवं थाना पाली में तैनात सिपाही सुनील कुमार, पाली निवासी चार पहिया वाहन चालक रामनरेश पुत्र खिलान, वाहन स्वामी अशोक सोनी पुत्र कंछेदी और हरीराम पुत्र कंछेदी ने सहयोग किया। इस आधार पर चारों को गिरफ्तार कर लिया गया। टीम उन्हें जिला अस्पताल ले गई, जहां उनका चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया। यहां से टीम ने सभी आरोपियों को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो) चंद्रमोदन श्रीवास्तव की अदालत में पेश किया।
फूूट- फूटकर रोए आरोपी
न्यायालय से बाहर निकलकर एक आरोपी फूट-फूटकर रोने लगा। आरोपियों ने बताया कि उनकी गाड़ी एक घंटे के लिए मांगी गई थी। तब न कोई मुकदमा दर्ज हुआ था और न ही उन्हें मामले की कोई जानकारी थी। उन्हें इस मामले में झूठा फंसाया जा रहा है।
कस्बा पाली से तेरह वर्षीय किशोरी का अपहरण कर चार आरोपियों ने भोपाल ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया था। बाद में मौसी के साथ थाना पाली पहुंची थी। आरोप है कि अगले दिन बयानों के बहाने बुलाकर किशोरी के साथ थानाध्यक्ष तिलकधारी सरोज ने एक कमरे में ले जाकर दुष्कर्म किया था। इस मामले में आरोपी थानाध्यक्ष तिलकधारी, किशोरी की मौसी एवं भोपाल में सामूहिक दुष्कर्म करने के चार अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। आरोपी थानाध्यक्ष को निलंबित करने के साथ ही थाने में तैनात 29 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया था। थाने में थानाध्यक्ष समेत सभी नए पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। शासन के आदेश पर निष्पक्ष जांच के लिए डीआईजी ने एसआईटी का गठन किया था। इस मामले में एसआईटी ने आरोपी थानाध्यक्ष समेत कई आरोपियों को पहले ही पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कीं। अब इस मामले में बुधवार को एसआईटी ने दुष्कर्म के आरोपी थानाध्यक्ष को थाने से निकालकर प्रयागराज भगाने में मदद करने के आरोप में सिपाही समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
मुख्य आरोपी का भाई व मां को भी भेजा जेल
एसआईटी ने मंगलवार को मुख्य आरोपी चंदन के भाई धर्मेंद्र को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया, जबकि इससे दो दिन पहले ही उसकी मां को भी षड्यंत्र के आरोप में गिरफ्तार जेल भेजा गया।
थाना पाली परिसर में किशोरी से दुष्कर्म प्रकरण में आरोपी थानाध्यक्ष को संरक्षण देने एवं 16/17 पॉक्सो एक्ट में एसआईटी टीम ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय द्वारा चारों आरोपियों को चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। नरेंद्र सिंह गौर, सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता।