ऊंट के मुंह में जीरा ऐसी कहावतें आधुनिक युग में प्रचिलत है जिसका लब्बोलबाव मात्र इस चीज को दर्शाता है कि बड़े काम का प्रचार सिर्फ छोटे कार्य को कर सिद्धी तक पहुंचाना मात्र इसका उद्देश्य होता है। इसी क्रम में समस्त भारतवर्ष में न जाने कितने साईबर क्राईम जिनका संचालन विगत कई वर्षांे से हो रहा है उनको रोकने में न ही किसी भी केन्द्रीय एजेन्सी को सफलता मिली न ही किसी राज्य सरकार की एजेन्सी/पुलिस प्रशासन को सफलता मिली। साईबर क्राईम के सन्दर्भ में कल दिनांक 24.08.2021 को माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने तल्ख टिप्पणी कर केन्द्र सरकार तथा राज्य सरकारांे को कड़ी फटकार लगाते हुये इस साईबर क्राईम पर सख्ती से रोक लगाने की हिदायत दी थी। इसी क्रम में जनपद ललितपुर के अन्तर्गत कोतवाली ललितपुर में आधुनिक युग को आधार मानकर मोबाईल पर क्रिकेट रूपी खेल को मजाक बनाकर हो रही हार जीत की बाजी का प्रबंध कराने वाले मुख्य सरगना विकास जैन उर्फ विकास कबाड़ी तथा उसके दो साथियांे को पुलिस ने पकड़ने का दावा कर इस प्रकार के साईबर अपराधों को न होने का संदेश जनहित में दिया है लेकिन क्या सिर्फ महज इतनी सी ही कार्यवाही से पुलिस प्रशासन स्वंय की पीठ थपथपाकर अपने आप को संतुष्ट महसूस करने का दावा कर सकती है ? जबकि साईबर क्राईम को रोकने में पूरे भारतवर्ष का पुलिस प्रशासन अब तक सफलता हासिल नहीं कर सका तो क्या इतनी सी कार्यवाही ही जनपद ललितपुर के लिए काफी होगी ? खबर की विस्तृतता पर यदि कुछ लिखा जाये तो इतना भी नहीं लिखा जा सकता है जो कि स्वंय लिखने वाले को गले की फांस बन जाये बाबजूद इसके इसी क्रम में जनपद ललितपुर के नगर ललितपुर एस.ओ.जी. टीम/सर्वलाईन्स टीम/सी.आई.डब्ल्यू. के संयुक्त प्रयास से आॅनलाईन सट्टा खिलाने का मुख्य सरगना विकास जैन उर्फ विकास कबाड़ी पुत्र विपिन जैन निवासी सिविल लाईन, थाना कोतवाली ललितपुर एवं उसके दो साथी आमिर खान उर्फ बिट्टू पठान पुत्र हफीज खान निवासी गोविन्द नगर थाना कोतवाली ललितपुर तथा आकाश परिहार पुत्र कल्लू परिहार निवासी मुहल्ला घुसयाना, थाना कोतवाली ललितपुर बताया गया है इनकी गिरफ्तारी दिनांक 25.08.2021 को समय दिन में 12ः25 बजे जेल चैराहा के पास से मुखबिरों की सूचना पर की गयी है। इन अपराधियांे में मुख्य सरगना जिसका आपराधिक इतिहास मु.अ.सं. 702/2018 धारा 13 जी थाना कोतवाली ललितपुर एवं दूसरा मुकदमा मु.अ.सं. 899/2015 धारा 13 जी थाना कोतवाली ललितपुर का अपराध करने का पहले से ही मुकदमा दर्ज है साथ ही अभियुक्तगण द्वारा अपराध करने का तरीका पुलिस प्रशासन द्वारा क्रिकेट मैच के दौरान आॅनलाईन हार जीत की बाजी (सट्टा) लगाना बताया गया है। आरोपियांे को हिरासत में लेने के बाद इनके पास से एक अदद सेमसंग मोबाईल, एक अदद वन प्लस मोबाईल, एक अदद वीवो मोबाईल तथा 2800 रूपये नगद पुलिस प्रशासन द्वारा बरामद किये गये। आरोपियांे को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उप.नि. गुलाम हुसैन प्रभारी सर्वेलान्स, उ.न. राजकुमार यादव सी.आई.डब्ल्यू., हे. कां. बलवीर सिंह, कां. अरूण त्रिपाठी, कां. अमित पाठक, कां. अवधेश यादव, कां. तेज प्रताप एस.ओ.जी. टीम कां. रजनीश चैहान, कां. रवीन्द्र प्रताप सिंह, कां. आशीष कुमार, कां. बृजेन्द्र सिंह, मौजूद रहे।
दैनिक सिद्धि सरकार